मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले की साजिश में शामिल पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहब्बुर हुसैन राणा को अमेरिका के लॉस एंजिलिस में दोबारा गिरफ्तार कर लिया है ।
डेविड कोलमैन हेडली के बचपन का दोस्त राणा हाल ही में जेल से छूटा था । कोर्ट ने कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राणा को रिहा करने का आदेश दिया था । राणा और एक अन्य आरोपी डेविड कोलमैन हैडली को अमेरिकी पुलिस ने 10 जून को फिर से हिरासत में लिया और 11 जून को कोर्ट में पेश किया । जहां उसे जेल भेज दिया गया । अमेरिका के सहायक अटॉर्नी जॉन जे लुलेजियान ने कोर्ट को बताया कि तहब्बुर हुसैन राणा भारत में भगोड़ा घोषित है और उन्होने कहा कि 1997 के द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के तहत राणा को सौपने के लिए उसे गिरफ्तार अनुरोध किया था ।
तहव्वुर के प्रत्यर्पण से आईएसआई की गतिविधियों का खुलासा होगा ।
आतंकी हमले में विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने कहा कि तहब्बुर राणा के प्रत्यर्पण से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की गतिविधियों के बारे में और जानकारियां मिलेंगी ।उस पर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए बड़ी आपराधिक साजिश रचने का आरोप है । भारत सरकार ने बताया कि आतंकी तहव्वुर राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 व 120 बी समेत कई धाराओं में केस चल रहा है । राणा पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर की मददगार था । राणा को शिकागो में 14 साल की सजा हुई थी , लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने और सेहत खराब होने के आधार पर सजा पूरी होने से पहले ही रिहा किया गया था । उसे भारत को सौंपा गया तो आतंकी हमलों में आईएसआई की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल सकती है ।कैलिफोर्निया डिस्ट्रिक्ट जज जैक्लीन चूलजियान ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 30 जून तय की है ।राणा के वकील से 22 जून तक याचिका दायर करने और 26 जून तक जवाब देने को कहा गया है ।
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